क्रय का अर्थ है किसी वस्तु, सेवा, या संपत्ति को खरीदना। यह प्रक्रिया तब होती है जब एक व्यक्ति या संगठन अपनी आवश्यकता को पूरा करने या किसी उद्देश्य के लिए विक्रेता से कोई वस्तु या सेवा प्राप्त करता है और इसके बदले में भुगतान करता है। क्रय आर्थिक गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें क्रेता और विक्रेता दोनों शामिल होते हैं। क्रय के लिए मुख्य तत्वों में वस्तु या सेवा, उसका मूल्य, और लेन-देन की शर्तें होती हैं। यह व्यक्तिगत आवश्यकता से लेकर व्यावसायिक उद्देश्यों तक हो सकता है। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति अपने घर के लिए किराने का सामान खरीदता है, या एक कंपनी अपने संचालन के लिए कच्चा माल खरीदती है।
विक्रय का अर्थ है किसी वस्तु, सेवा, या संपत्ति को बेचना। यह प्रक्रिया तब होती है जब एक विक्रेता अपनी वस्तु या सेवा को किसी खरीदार को प्रदान करता है और इसके बदले में धनराशि या अन्य मूल्य प्राप्त करता है। विक्रय आर्थिक गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो उत्पादक, व्यापारी, और उपभोक्ता के बीच संबंध स्थापित करता है। विक्रय के लिए मुख्य तत्वों में विक्रेता, खरीदार, वस्तु या सेवा, और मूल्य शामिल होते हैं। इसका उद्देश्य लाभ कमाना, वस्तुओं का वितरण करना, या उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं को पूरा करना होता है। उदाहरण के लिए, एक दुकानदार कपड़े बेचता है, या एक कंपनी सॉफ़्टवेयर सेवाएं प्रदान करती है।
क्रय और विक्रय दोनों ही आर्थिक प्रणाली के महत्वपूर्ण अंग हैं और ये बाजार की गतिशीलता को बनाए रखते हैं। इन प्रक्रियाओं के माध्यम से वस्तुओं और सेवाओं का आदान-प्रदान होता है, जिससे आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ावा मिलता है।